मीना मंच : गठन,उद्देश्य व कार्य प्रणाली



                                                 -: उत्तर प्रदेश में मीना अभियान :- 
मीना मंच का गठन कैसे करें ? मीना मंच के उद्देश्य, गठन व कार्य प्रणाली की अधिकारिक जाने

  •  डी。पी。ई。पी。द्वारा विशेष प्रयोजन से प्रारम्भ किये गये मीना अभियान का उदे्दश्य बालिका शिक्षा के माध्यम सामुदायिक आश्वासन पूर्ण करना है। परीक्षण ( स्क्रीनिंग ) के पश्चात् परिचर्चा की गयी । इन परिचर्चाओं में लोगों ने अपनी कन्याओं को विद्यालय भेजने की इच्छा अभिव्यक्त की। वी。ई。सी。, एम。टी。ए。एवं डब्लू。एम。जी。प्रशिक्षण में भी बालिका शिक्षा हेतु संचार के इसी साधन का प्रयोग किया गया।
  • कार्य क्षेत्र से परामर्श एवं प्रतिक्रिया आमंत्रित की गयी एवं प्रादेशिक स्तर पर कार्यशाला आयोजित की गयी। कार्यशाला में मीना मंच की परिकल्पना उभर कर सामने आयी।
उद्देश्य एवं  लक्ष्य-
  • किशोर एवं किशोरियों को आत्म अभिव्यक्ति हेतु मंच उपलब्ध कराना।
  • ( किशोरियों में ) नेतृत्व एवं सहयोग की क्षमता विकसित करना ।
  • किशोरी शंकाओं के सन्दर्भ में परिचर्चा हेतु मंच प्रदान करना।
  • सृजन, लेखन एवं चित्रकारिता ⁄ पेन्टिंग का कौशल विकसित करना ।
  • उत्कृष्ट स्तर के जीवन यापन हेतु जीवन निर्वाह कौशल विकसित करना ।
  • बच्चों एवं महिलाओं में उनके अधिकारों के प्रति चेतना जागृत करना।
  कार्यकारिणी समिति- 
  • सभी सदस्यों में से ५ सदस्यों की निम्नवत् कार्यकारिणी गठित की जाती है- 
  • अघ्यक्ष 
  •  सचिव 
  • कोषाध्यक्ष 
  •  अन्य दो सदस्य
  मीना सुगमकर्ता ( फैसिलिटेटर) - 
                                    मीना मंच को सुविधा ( संसाधन ) युक्त बनाने के उद्देश्य से विद्यालय महिला अध्यापिका को मीना सुगमकर्ता के रूप में नामित किया जाता है। मीना सुगमकर्ता को ३ दिन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। ये विद्यालय स्तर पर मीना मंच सक्रिय सहयोग प्रदान करती है।

  मीना प्रेरक-                
  •  मीना मंच की गतिविधियों एवं मंच के वार्ताकारों के अभिलेखीकरण हेतु मीना प्रेरक  
  •  सामान्य सभा की बैठक में चयनित किया जाता है। 
  • नेतृत्व गुण वाली किशोरी चयनित की जाती है। 
  •  दृढ़ संकल्प क्षमतावान बालिका चयनित की जाती है। मीना मंच की सामान्य सभा की बैठक के पश्चात् प्रत्येक माह कार्यकारिणीसमिति की नियमित बैठक होती है। ये बैठकें मीना पंचायत के नाम से जानी जाती है।

मीना मंच की कार्य प्रणाली
 -
  • एन。 पी。ई。जी。एल。 के समीष्ट (कलस्टर) विद्यालयों में मीना मंच द्वारा विद्यालय पुस्ताकालयों, क्रीड़ा गतिविधियों एवं बाल शिक्षा केन्द्रों का सक्रियता के साथ संचालन किया जा रहा है। 
  • मीना मंच द्वारा विभिन्न प्रकरणों के सन्दर्भ में नाटय / भूमिका प्रदर्शन, कथा वाचन एवं परिचर्चाओं के माध्यम से समुदाय गतिशील / क्रियाशील भी बनाये जा रहे हैं।
  मीना मंच द्वारा सम्पन्न किये जाने वाल-अन्य गतिविधियां- 
  •  छात्र/छात्रा उपस्थिति ।
  •  विद्यालय विहीन बच्चों की खोज ।  
  •  बाल विवाह ।  
  •  दहेज ।
  •  स्वास्थ्य एवं सफाई ।  
  •  लिंग भेद ।  
  • अपने गांव हेतु शिक्षा योजना बनाना ।