ध्यानाकर्षण  शिक्षक हस्त पुस्तिका - अधिगम आधारित शिक्षण शिक्षक हस्त पुस्तिका - Primary ka master Handbook Dhyanakarshan


प्राय देखा गया है कि एक ही कक्षा में सभी विद्यार्थियों का अधिगम स्तर समान नहीं होता कुछ बच्चे वांछित अधिगम स्तर से पीछे रह जाते हैं अर्थात वांछित अधिगम स्तर और वास्तविक अधिगम स्तर में अंतर हो जाता है जो लर्निंग एप कहलाता है ।


लर्निंग गैप अधिक होने पर विद्यार्थी शिक्षण की मुख्यधारा से नहीं जुड़ पाते जिस कारण उनमें निराशा उत्पन्न होती है और उनके विद्यालय छोड़ने की संभावना बढ़ जाती है। लर्निंग गैप को कम करने व छात्रों में आत्मविश्वास लाने के लिए ध्यानाकर्षण शिक्षक हस्त पुस्तिका विकसित की गई है। लर्निंग गैप को कम करने के लिए सत्र के प्रारंभ में 50 दिवसीय ध्यानाकर्षण शिविर का आयोजन करने हेतु पुस्तिका में दिया गया है। जिससे बच्चे शिक्षण की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे।

इस मॉड्यूल के चार भाग हैं।

👉 भाग 1

इसमें अधिगम आधारित शिक्षण की अवधारणा व इसकी आवश्यकता के बारे में चर्चा की गई है।

👉 भाग 2

इसमें  लर्निंग आउटकम की अवधारणा तथा इसके सापेक्ष बच्चों की प्रगति के आकलन एवं आकलन संबंधी तरीकों पर विस्तार से चर्चा की गई है। बच्चों की लर्निंग गैप का कैसे पता लगाएं? इसके बारे में भी इसमें दिया है और ध्यानाकर्षण शिविर पर भी विस्तार से चर्चा की गई है।

👉 भाग 3

 ध्यानाकर्षण शिक्षण हेतु आवश्यक अट्ठारह तकनीकों के बारे में चर्चा की गई है जिसमें प्रत्येक तकनीक को समझाते हुए व्यवहारिक उदाहरण देने का प्रयास किया गया है।

👉 भाग 4

इस भाग में परिशिष्ट के रूप में कुछ प्रश्न दिए हैं जिसका प्रयोग शिक्षक बच्चों की वर्तमान अधिगम स्तर के आकलन हेतु कर सकते हैं।

सभी शिक्षक शिक्षिकाएं बच्चों को शिक्षण की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए ध्यानाकर्षण मॉडल का अध्ययन करें उसमें दी गई शिक्षण की अट्ठारह तकनीकों को को श्री कक्षा शिक्षण में अपनाएं।