फर्जी दस्तावेजों से 25 जिलों में शिक्षिकाओं को नौकरी लगवाने के मामले में दो शातिरों की तलाश - Fake documents get teachers employed in 25 districts
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सूबे में चर्चित अनामिका शुक्ला के नाम से फर्जी दस्तावेजों से 25 जिलों में शिक्षिकाओं को नौकरी लगवाने वाले मास्टरमाइंड मैनपुरी के राज की तलाश में पुलिस टीमें मैनपुरी में डेरा डाले हुए है। उधर जेल में बंद सुप्रिया के पिता ने मैनपुरी के किसी नीतू को 50 हजार देने की बात पुलिस से कही है। पुलिस अब नीतू को लेकर जांच में जुटी है।
सोरों कोतवाली पुलिस ने सुप्रिया से पूछताछ में फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड मैनपुरी के राज का मोबाइल नंबर हासिल किया था जिसे सर्विलांस पर लिया गया। मोबाइल में लगी हुई आईडी से मैनपुरी के राज का पता तलाशा जा रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसपी सुशील घुले ने एसओजी व सोरों पुलिस की टीम लगाई हंै। उधर सोरों पुलिस की एक टीम सुप्रिया सिंह से जुड़ी जांच करने कायमगंज, फर्रुखाबाद के पास गांव रजपालपुर पहुंची। लेकिन वहां सुप्रिया का पिता महीपाल सिंह नहीं मिला। बाद में पुलिस ने फोन पर महीपाल से बात की तो उसने नीतू को रुपये देने की बात कही। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो कायमगंज से वायरल हुआ है।
एएसपी कासगंज पवित्रमोहन त्रिपाठी कहते हैं कि सुप्रिया के पिता द्वारा बताये गये नीतू नाम के युवक की भी तलाश की जा रही है। जांच की जा रही है कि, राज और नीतू में क्या कनेक्शन है। साथ ही अनामिका के बैंक खाते के गारंटरों से पूछताछ की जाएगी।
कई जिलों के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका वद्यिालय में एक ही प्रमाणपत्र पर नौकरी करने वाली शिक्षिकाओं के मामले में रोज खुलासे हो रहे हैं। प्रयागराज के कस्तूरबा विद्यालय सोरांव में खुद अनामिका नहीं, बल्कि फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज इलाके की रीना सिंह पूर्णकालिक विज्ञान शिक्षिका के रूप में नौकरी कर रही थी। रीना के पिता का नाम चन्द्रभान सिंह है। यहां उसकी नियुक्ति 29 नवम्बर 2019 को हुई थी। कथित अनामिका इसी आवासीय बालिका विद्यालय में रहती थी। रीना यहां खुद को अनामिका शुक्ला बताकर सामने आई और इस दौरान अनामिका के प्रमाणपत्र लगाए थे। हालांकि उसे वेतन के रूप में एक रुपये का भुगतान नहीं हुआ था। जांच की भनक लगते ही होली के बाद से वह स्कूल से अनुपस्थित थी। वहीं अनामिका के बारे में पता चला है कि उसने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा यूपी बोर्ड से पास की थी। अनामिका का जन्म 20 जनवरी 1992 को गोंडा में हुआ था। उसके पिता का नाम सुभाष चंद्र शुक्ला और मां का नाम सुषमा शुक्ला है। अनामिका ने दसवीं की परीक्षा 2007 में गोंडा की रेलवे कॉलोनी स्थित बालिका इंटर कॉलेज से पास की थी। उसका रोल नंबर 1933977 था। दसवीं के 6 में से 5 विषयों में उसे 75 फीसदी से अधिक नंबर हासिल हुए थे। 12वीं की परीक्षा भी उसने परसपुर गोंडा के एसएमजेएसआईसी से प्रथम श्रेणी में पास किया था।
डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध युनिवर्सिटी फैजाबाद से संबद्ध गोंडा सिविल लाइंस के रघुकुल महिला विद्यापीठ डिग्री कॉलेज से 2012 में बीएससी प्रथम श्रेणी में पास किया।
सूबे में चर्चित अनामिका शुक्ला के नाम से फर्जी दस्तावेजों से 25 जिलों में शिक्षिकाओं को नौकरी लगवाने वाले मास्टरमाइंड मैनपुरी के राज की तलाश में पुलिस टीमें मैनपुरी में डेरा डाले हुए है। उधर जेल में बंद सुप्रिया के पिता ने मैनपुरी के किसी नीतू को 50 हजार देने की बात पुलिस से कही है। पुलिस अब नीतू को लेकर जांच में जुटी है।
सोरों कोतवाली पुलिस ने सुप्रिया से पूछताछ में फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड मैनपुरी के राज का मोबाइल नंबर हासिल किया था जिसे सर्विलांस पर लिया गया। मोबाइल में लगी हुई आईडी से मैनपुरी के राज का पता तलाशा जा रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसपी सुशील घुले ने एसओजी व सोरों पुलिस की टीम लगाई हंै। उधर सोरों पुलिस की एक टीम सुप्रिया सिंह से जुड़ी जांच करने कायमगंज, फर्रुखाबाद के पास गांव रजपालपुर पहुंची। लेकिन वहां सुप्रिया का पिता महीपाल सिंह नहीं मिला। बाद में पुलिस ने फोन पर महीपाल से बात की तो उसने नीतू को रुपये देने की बात कही। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो कायमगंज से वायरल हुआ है।
एएसपी कासगंज पवित्रमोहन त्रिपाठी कहते हैं कि सुप्रिया के पिता द्वारा बताये गये नीतू नाम के युवक की भी तलाश की जा रही है। जांच की जा रही है कि, राज और नीतू में क्या कनेक्शन है। साथ ही अनामिका के बैंक खाते के गारंटरों से पूछताछ की जाएगी।
कई जिलों के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका वद्यिालय में एक ही प्रमाणपत्र पर नौकरी करने वाली शिक्षिकाओं के मामले में रोज खुलासे हो रहे हैं। प्रयागराज के कस्तूरबा विद्यालय सोरांव में खुद अनामिका नहीं, बल्कि फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज इलाके की रीना सिंह पूर्णकालिक विज्ञान शिक्षिका के रूप में नौकरी कर रही थी। रीना के पिता का नाम चन्द्रभान सिंह है। यहां उसकी नियुक्ति 29 नवम्बर 2019 को हुई थी। कथित अनामिका इसी आवासीय बालिका विद्यालय में रहती थी। रीना यहां खुद को अनामिका शुक्ला बताकर सामने आई और इस दौरान अनामिका के प्रमाणपत्र लगाए थे। हालांकि उसे वेतन के रूप में एक रुपये का भुगतान नहीं हुआ था। जांच की भनक लगते ही होली के बाद से वह स्कूल से अनुपस्थित थी। वहीं अनामिका के बारे में पता चला है कि उसने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा यूपी बोर्ड से पास की थी। अनामिका का जन्म 20 जनवरी 1992 को गोंडा में हुआ था। उसके पिता का नाम सुभाष चंद्र शुक्ला और मां का नाम सुषमा शुक्ला है। अनामिका ने दसवीं की परीक्षा 2007 में गोंडा की रेलवे कॉलोनी स्थित बालिका इंटर कॉलेज से पास की थी। उसका रोल नंबर 1933977 था। दसवीं के 6 में से 5 विषयों में उसे 75 फीसदी से अधिक नंबर हासिल हुए थे। 12वीं की परीक्षा भी उसने परसपुर गोंडा के एसएमजेएसआईसी से प्रथम श्रेणी में पास किया था।
डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध युनिवर्सिटी फैजाबाद से संबद्ध गोंडा सिविल लाइंस के रघुकुल महिला विद्यापीठ डिग्री कॉलेज से 2012 में बीएससी प्रथम श्रेणी में पास किया।