1- नींव की गहराई भूमि तल से 96 सेमी होगी व चौडाई 3 फिट होगी।
2-सभी चारों कोनो पर 12 एम0एम की एक सरिया जो पी०सी०सी० में 2 फिट एल टाईप में मुडी होगी जो कि डी०पी०सी० बैन्ड व सिल बैन्ड, लिन्टल बैन्ड से बन्धकर छत तक जायेगी।
3-डी०पी०सी० भूमि तल से 1.5 फिट सहित पडेगी जिसमें 12 एम०एम० की दो सरिया व 6 एम०एम० की सरिया से 15-15 सेमी0 की दूरी पर सी० टाईप की रिंग से बाधीं जायेगी। साथ ही दरवाजों के साइडों में 10 एमएम की 2 सरिया दोनों साइडों पर डी०पी० सी० बैन्ड से लिन्टल बैन्ड तक जायेगी, जिनको कंक्रीट से भरा जायेगा।
4-फर्श लेवल से 2 फिट सहित पडेगा सिल बैन्ड ढाला जायेगा। जिसमें 12 एम०एम० की दो सरिया व 6 एम०एम० की सरिया से 15-15 सेमी0 की दूरी पर सी० टाईप की रिंगं से बाधीं जायेगी। जो कि समस्त 9 इंच की दीवार पर पडेगा। साथ ही सिल बैन्ड से दो सरिया 10 एमएम की विन्डों के दोनों साइडों में डाली जायेगी जो कि लिन्टल स्तर तक जायेंगी जिनको कंक्रीट से भरा जायेगा।
5-लिन्टल बैंड दरवाजे के ऊपर 12 एम0एम0 की दो सरिया व 6 एम0एम0 की सरिया से 15-15 सेमी0 की दूरी पर सी० टाईप की रिंग से बाधीं जायेगी। जो कि समस्त 9 इंच की दीवार पर 10 सेमी0 मोटाई का पडेगा। साथ ही विन्डो व दरवाजे के छज्जा भी साथ में ढाला जायेगा जिसकी मोटाई उस स्थान पर 15 सेमी0 होगी तथा उस स्थान पर 12 एम०एम० की तीन सरिया होंगी।
6- फर्श से बीम के मध्य की ऊंचाई 3.50 मीटर व चारों साइड की ओर दीवार की ऊंचाई 3.40 मीटर रहेगी ( छत छोडकर )। तथा बीम की चौडाई 1 फिट तथा लटक छत सहित 1.5 फिट होगी जिसमें ऊपर की ओर 12 एमएम की दो सरिया व नीचे 16 एमएम की 5 सरिया डाली जायेंगी।
7- दरवाजे की चौडाई 1.10 मीटर व ऊंचाई 2.10 मीटर, खिडकी की चौडाई 1.20 मीटर व ऊंचाई 1.50 मीटर तथा रोशन दान की चौडाई 3 फिट व ऊंचाई 1.5 होगी। समस्त दरवाजे, खिडकी व रोशन दान लोहे के लगाये जायेंगे।
8- दरवाजे के ऊपर दीवार की बाहरी सतह से 2.5 फिट छज्जा व विन्डो के ऊपर दीवार के बाहरी सतह से 50 सेमी० छज्जा निकलेगा।
9- कक्ष के बाहर 5 फिट चौडाई का चबूतरा बनेगा जो कि फर्श के लेवल में रहेगा, मध्य में 1:12 का रैम्प बनेगा तथा रैम्प के दोनो साइड सीढी बनेंगी।
10-स्लैब में बीम के लम्बवत 10 एमएम की सरिया 15-15 सेमी0 की दूरी पर एव बीम के समान्तर 8 एमएम की सरिया 15-15 सेमी0 की दूरी पर क्रैंक जाल सहित ढालाई कराई जायेगी।
11-विद्यालय की बाहरी दीवार की सतह से 50 सेमी0 चौडाई का ऐप्रेन चारों तरफ बनाया जायेगा।
12- अन्डरग्राउन्ड वायरिंग व विद्युत उपकरण शासनादेश के क्रम में लगाये जाने हैं।
समस्त कार्य राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा स्वीकृत डिजाइन / ड्राइंग के अनुसार ही कराया जायेगा।