वनदेवी और राजा कक्षा 4 हिंदी कलरव | Primary Ka Master Guide for Class 4 Hindi Kalrav Chapter 6

वनदेवी और राजा कक्षा 4 हिंदी कलरव | Primary Ka Master Guide for Class 4 Hindi Kalrav Chapter 6

वनदेवी और राजा शब्दार्थ

लहटी = तली
अनूठा = निराला
सुगंधित = सुगंध से युक्त
स्तंभ = खंभा
वेदनापूर्ण = दुख से भरा
शीर्ष भाग = चोटी
निद्रामग्न = नींद में डूबा
निर्णय = निश्चय
महिमावान = महिमा युक्त
परिधान = वस्त्र
जीवनदायिनी = जीवन देने वाली
कारिंदे = मातहत, सेवक
पूर्णतया = पूरी तरह
विलीन = छिप जाना।

वनदेवी और राजा पाठ का सारांश

हिमालय की तलहटी में एक राजा राज करता था। वह ऐसा महल बनवाना चाहता था, जो एक ही स्तंभ पर टिका हो। यह स्तंभ राज्य के सबसे विशाल वृक्ष से बनना था। ऐसा विशाल देवदार का वृक्ष हिमालय की ऊँची पहाड़ी पर था। उसे वहाँ से लाने में राजा के घोड़े व हाथी असमर्थ थे। राजा ने निर्णय लिया कि मैदान से ही सात दिन में ऐसा वृक्ष लाया जाए।

महल के ही निकट एक विशाल देवदार का वृक्ष था। उस पर वनदेवी का वास था, उसे काटने का निर्णय किया गया।

पीड़ित लोगों के अनुरोध पर वनदेवी ने राजा से वृक्ष को तीन हिस्सों में काटने की विनती की। ताकि छोटे-छोटे पौधे उग सकें। राजा ने वनदेवी के कष्ट को समझा और वृक्ष पर महल बनाने का विचार छोड़ दिया। राजा ने पत्थर का महल बनवाया। राजा ने महल के चारों ओर सुंदर बाग लगाया, जिसमें अनेक सुंदर वृक्ष और फूल-पौधे लगे थे। राजा की तरह लोगों ने भी पत्थर से मकान बनाने शुरू कर दिए तथा वृक्ष अपनी भुजाएँ फैलाकर छाया और जीवनदायिनी हवा प्रदान करते रहे।

वनदेवी और राजा अभ्यास प्रश्न

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शब्दों का खेल


प्रश्न-१
निम्नलिखित वाक्यों में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण एवं क्रिया ढूँढ़कर लिखो (लिखकर)


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प्रश्न २.
वीर सिपाही देश की रक्षा करते हैं।
ऊपर लिखे गए वाक्य में वीर शब्द सिपाही की विशेषता बता रहा है, ऐसे शब्द विशेषण कहलाते हैं। नीचे लिखे गए वाक्यों में विशेषण छाँटो (छाँटकर).
वाक्य – विशेषण
(क) तुम बहुत मीठा बोलते हो। – मीठा
(ख) सफेद कपड़े सुंदर लगते है। – सफेद
(ग) कविता अच्छी लड़की है। – अच्छी
(घ) कड़ी मेहनत रंग लाती है। – कड़ी
(ङ) धरती गोल है। – गोल

प्रश्न ३.
इन वाक्यों को पढ़ो
सोचते-सोचते उसे नींद आ गई। चलते-चलते वह थक गया। पढ़ते-पढ़ते कब रात बीत गई, उसे पता ही नहीं चल पाया।

अब तुम भी वाक्य बनाओ, जिनमें नीचे दिए गए शब्दों का प्रयोग हो (वाक्य बनाकर)
गाते – गाते – स्तुति गाते-गाते हम मंदिर में पहुंचे।
खेलते – खेलते – हमने खेलते-खेलते सारा दिन बिता दिया।
हँसते – हँसते – देशभक्त हँसते-हँसते बलिदान हो जाते हैं।
रोते – रोते – बच्चा रोते-रोते सो गया।

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प्रश्न ४.
इन वाक्यों को शुद्ध करके लिखो
(क) हिमालय तलहटी में एक राजा राज्य करती थी।
(ख) उसके स्वप्न में एक दिव्य मूर्ति प्रकट हुआ।
(ग) मेरा विनती है कि आप यह विचार त्याग दें।
(घ) वृक्ष को नहीं काटी जाएगी।
उत्तर:
(क) हिमालय की तलहटी में एक राजा राज्य करता था।
(ख) उसके स्वप्न में एक दिव्य मूर्ति प्रकट हुई।
(ग) मेरी विनती है कि आप यह विचार त्याग दें।
(घ) वृक्ष को नहीं काटा जाएगा।

बोध प्रश्न

प्रश्न १.
उत्तर दो
(क) राजा किस प्रकार का महल बनाना चाहता था?
उत्तर:
राजा ऐसा महल बनाना चाहता था, जो केवल एक स्तंभ पर टिका हो।

(ख) राजा ने अपने प्रधानमंत्री को क्या आज्ञा दी?
उत्तर:
राजा ने प्रधानमंत्री को आज्ञा दी कि जंगल के सबसे ऊँचे, विशाल देवदार वृक्ष को काटकर लाया जाए।

(ग) राजकुमारी ने राजा से क्या कहा?
उत्तर:
राजकुमारी ने राजा से कहा, “पिता जी, देवदार तो पवित्र वृक्ष है।”

(घ) गाँव के लोगों ने राजा का निर्णय ज्ञात होने पर क्या किया?
उत्तर:
राजा के निर्णय से गाँव वालों को दुख हुआ। उन्होंने वृक्ष पर दीप जलाए, फूल मालाएँ डाली और वेदनापूर्ण गीत गाए।

(ङ) वनदेवी ने स्वप्न में राजा से क्या निवेदन किया?
उत्तर:
वनदेवी ने स्वप्न में राजा से निवेदन किया कि वह वृक्ष काटने का विचार त्याग दे।

(च) वनदेवी ने वृक्ष को तीन बार में काटने को क्यों कहा?
उत्तर:
क्योंकि तीन बार में काटने से वृक्ष के नीचे उगे छोटे देवदार के पौधे नष्ट होने से बच जाते।

(छ) वनदेवी के अंतिम निवेदन से राजा पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
वनदेवी के अंतिम निवेदन से राजा बहुत प्रभावित हुआ। उसने महल को लकड़ी के स्तंभ के स्थान पर पत्थर के स्तंभ से बनवाया।



प्रश्न २.
सही विकल्प चुनो (सही विकल्प में सही निशान लगाकर)
(क) गाँव के लोग देवदार वृक्ष की पूजा करते थे, क्योंकि

    वह बहुत विशाल था।
    उस पर वनदेवी का निवास था।                   (✓)
    राजा ने उन्हें ऐसा आदेश दिया था।

(ख) वनदेवी राजा के स्वप्न में प्रकट हुई, क्योंकि

    वह राजा से भेंट करना चाहती थी।
    वह राजा से बदला लेना चाहती थी।
    वह राजा को वृक्ष काटने से रोकना चाहती थी।     (✓)

(ग) राजा के फैसला बदल लेने का अन्य व्यक्तियों पर क्या प्रभाव पड़ा

    उन्होंने भी अपने मकान पत्थरों से बनवाए।         (✓)
    उन्होंने राजा का आदेश मानना छोड़ दिया।
    उन्होंने अपने मकान नष्ट कर दिए।

प्रश्न ३.
सोचो और बताओ
(क) क्या यह वास्तविक कहानी है? तुम क्या समझते हो? अपने उत्तर का कारण भी दो।
उत्तर:
यह वास्तविक कहानी नहीं है। हम इसे काल्पनिक कहानी समझते हैं। वृक्ष सजीव तो हैं, परंतु वे वनदेवी की तरह मनुष्य देह में प्रकट नहीं हो सकते।

(ख) क्या इस कहानी का अंत किसी दूसरे प्रकार से भी हो सकता है? कैसे?
उत्तर:
कहानी का अंत दुखद भी हो सकता है। राजा अपने निर्णय के अनुसार किसी की बात न मानकर पेड़ कटवा देता।

(ग) कहानी के किस अनुच्छेद ने तुम्हें सबसे ज्यादा प्रभावित किया? और क्यों?
उत्तर:
जब राजा ने निर्णय किया कि महल पत्थर से बनेगा, इस बात से संबंधित अनुच्छेद ने हमें बहुत प्रभावित किया। कहानी का अंत सुखद है।

(घ) क्या इस कहानी का और भी कोई शीर्षक हो सकता है?
उत्तर:
कहानी का शीर्षक ‘दयालु राजा’ अथवा ‘हृदय-परिवर्तन’ भी हो सकता है।


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तुम्हारी कलम से


प्रश्न १.
‘पेड़ हमारे लिए किस प्रकार उपयोगी हैं? इस विषय पर अपने विचार लिखो। नीचे दिए गए संकेतों की मदद ले सकते हो –
मनुष्यों के लिए- फल, शुद्ध हवा, लकड़ी, वस्त्र, कागज, दवा… आदि।
उत्तर:
पेड़ से हमें साँस लेने के लिए शुद्ध हवा, खाने के लिए अनाज एवं फल, पहनने के . लिए वस्त्र, घर बनाने के लिए लकड़ी आदि प्राप्त होते हैं। इसके अलावा पेड़ से हमें दवाइयाँ, कागज और दैनिक आवश्यकता की अनेक वस्तुएँ भी प्राप्त होती हैं।

जीव-जन्तुओं के लिए- आश्रय, भोजन, छाया … आदि।
उत्तर:
जानवरों को भी आश्रय, भोजन, छाया एवं शुद्ध हवा, पेड़ों से ही प्राप्त होती है। नोट-विद्यार्थी स्वयं करें।

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अब करने की बारी

    अपने विद्यालय के पुस्तकालय से ‘रस्किन बाण्ड’ की हिंदी में अन्य अनूदित अन्य कथाएँ पढ़ो।
    अपने विद्यालय/ गाँव-मोहल्ले, पास-पड़ोस में वृक्ष लगाओ।

नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

इसे भी जानो – जहाँ जंगल ………………….. जाते थे।
नोट – विद्यार्थी यह अनुच्छेद पढ़ें एवं समझें।