देश इस समय कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है । मार्च 27, 2020 तक भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित कुल 902 मामले पाए गये हैं । जिसमें केरल में 176, महाराष्ट्र में 162, कर्नाटक में 64, तेलंगाना में 59, गुजरात में 53, राजस्थान में 50, उत्तर प्रदेश में 49, दिल्ली में 40, पंजाब में 38, तमिल नाडु में 38,हरियाणा में 33, मध्य प्रदेश में 33, जम्मू - कश्मीर में 20, वेस्ट बंगाल में 15, आंध्र प्रदेश में 13, लद्धाख में 13, बिहार में 9, चंडीगढ़ में 8, अंडमान व निकोबार में 6, छतीसगढ़ में 6, उत्तराखंड में 5, गोवा में 3, हिमाचल प्रदेश में 3, उड़ीसा में 3, मणिपुर में 1, मिज़ोरम में 1, पांडुचेरी में 1 कोरोना वायरस से संक्रमित हैं ।

अमीर कोरोना बनाम गरीब कोरोना - फूल सिंह कछवाह जल सेना के रिटायर्ड चीफ़ पेटी ऑफ़िसर


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विदेशों में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को भारत हवाई जहाज़ से तो लाया गया । अच्छी बात है लेकिन देश का एक तबका जो रोज़ी-रोटी कमाने के लिए देश के कई हिस्सों में बसा है । उसे घर वापसी के लिए भारत सरकार को कोई उपाय करना चाहिए । यातायात से सभी साधन बंद हैं । वह अपने परिवार सहित हज़ारों किलो मीटर पैदल नापने को मजबूर हैं । ऐसे लोगों में कितनों को दो दो माहीनों से सेलरी नही मिली । भूखे प्यासे अपने परिवार को लेकर अपने ही देश में आज बेगाने हो गये हैं ।

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जिनके कोरोना संक्रमित होने की ज्यादा आशंका थी,उन्हें तो विदेश से भी उठा लाए! और जिनके संक्रमित होने की बेहद कम संभावना थी । उन्हें वापस अपने घर जाने तक का मौका नहीं दिया गया! अब वो हजारों किलोमीटर दूर से पैदल ही अपने घर आ रहे हैं तो भी अपमानित हो रहे हैं ।

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काश, एयरपोर्ट पर उन अमीरों के लिए सख्ती कर सकते और एयरपोर्ट से सीधे इन्हें आइसोलेशन वार्ड मे भर्ती कर देते और लाकडाउन डिक्लेयर करने से पहले एक चेतावनी दे देते इन गरीबों को, कि 48 घंटे में जिसे जहां जाना हो चला जाए वर्ना सम्पूर्ण लाकडाउन (लगभग कर्फ्यू) कर दिया जाएगा!

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"किसी तरह अपने घर तो पहुंच जाते । फिर आप यातायात के सारे साधन बंद करके लाकडाउन घोषित कर देते! पर ऐसा हो न सका ।- अमीर और गरीब की भला कैसी बराबरी ?

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लेखक : फूल सिंह कछवाह
वर्तमान में बेसिक शिक्षा विभाग में प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत है । श्री सिंह जल सेना के रिटायर्ड चीफ़ पेटी ऑफ़िसर पद पर अपनी सेवाएँ दे चुके हैं । सोशल मीडिया के ज़रिए सामाजिक व राजनीतिक ज्वलंत मुद्दों पर अपनी बेबाक़ व निष्पक्ष राय रखते हैं ।