जौनपुर - इन दिनों पूरा प्रदेश एंटी कोरोना अभियान में शामिल है । उत्तर प्रदेश में कोरोना के 15 मामले अब तक पाए गए हैं । सीएम योगी आदित्यनाथ ने 2 अप्रैल तक सभी स्कूल कालेजों को बंद करने के निर्देश दिए हैं । साथ ही आदेश का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं ।

सरकार के एन्टी कोरोना अभियान का जौनपुर बीएसए उड़ा रहे मखौल,शिक्षकों दे रहे स्कूल खोलने का आदेश (covid-19)


कोरोना वायरस से पूरे देश में 151 मामले पाए गए हैं । जिनमें 3 लोगों की मौत कोरोना वायरस रोग से हो चुकी है ।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज ने भी उत्तर प्रदेश शासन के आदेश के अनुपालन में 02 अप्रैल तक स्कूलो को बंद करने के आदेश जारी किया है ।

 जिसमें सभी तरफ के बैठक,प्रशिक्षण व सेमिनार पर पूरी तरह रोक लगाई गई है । शिक्षकों की उपस्थिति पर भी रोक लगाई गई है। लेकिन यह आदेश जौनपुर जनपद में शायद लागू नही होगा।  क्योंकि बीएसए जौनपुर ने सभी शिक्षकों को स्कूल में उपस्थित होने में आदेश जारी किए हैं ।

इन दिनों परिषदीय स्कूलों में mission. Kayakalp, operation kayakalp के तहत कई स्कूलों में काम चल रहा है।  जिसकी जानकारी के लिए बीएसए ने स्कूल खोलने का आदेश जारी किया है।

हालांकि शिक्षकों का कहना है कि स्कूल जाने के लिए यात्रा करनी पड़ेगी जिससे कोरोना के संक्रमण होने के अवसर बढ़ेंगे ।





वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक ने अपने आदेश में सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है।

साथ ही सभी बोर्डों के स्कूलों को 02 अप्रैल तक बंद करने का कड़ाई से पालन करने को कहा है । अब परिषदीय शिक्षक बड़े दुविधा में हैं ।

 आखिर किसका आदेश माने, बीएसए का जिसमें स्कूल खोलने का आदेश है । या फिर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद व डीआईओएस का जिसमें स्कूल बंद करने व शिक्षकों को स्कूल न जाने का आदेश दिया गया है।