प्रयागराज : परिषदीय विद्यालयों में हो रही सहायक शिक्षक भर्ती के फर्जीवाड़ा मामले में अभ्यर्थी धर्मेद्र पटेल और विनोद कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। विनोद, जौनपुर के सिकरारा थाना क्षेत्र के उतराई गांव का है। धर्मेद्र प्रयागराज के सरायममरेज छतौना गांव का है। दावा है कि सहायक शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में पास होने के लिए एक ने आठ और दूसरे अभ्यर्थी ने करीब 12 लाख रुपये माफिया केएल पटेल को दिए थे। पुलिस ने नवाबगंज के शशि प्रकाश उसके पिता हरिकृष्ण सरोज और होलागढ़ के कमल पटेल को भी लिखापढ़ी में गिरफ्तारी दिखा दी है। वहीं, दो अन्य युवकों से भी मामले में पूछताछ हो रही है।
इससे पहले पुलिस ने शनिवार को गिरोह के सरगना स्कूल प्रबंधक केएल पटेल की डायरी में मिले अभ्यर्थियों के नाम के आधार पर तस्दीक की। फिर जौनपुर, प्रतापगढ़ समेत अन्य स्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए तीन अभ्यर्थी समेत गिरोह से जुड़े दो लोगों को पूछताछ के लिए उठाया। कई और अभ्यर्थियों की भी तलाश चल रही है। चार दिन पहले सोरांव पुलिस ने 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी राहुल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के सरगना स्कूल प्रबंधक केएल पटेल, भदोही के ग्राम प्रधान श्रवण दुबे समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से लाखों रुपये नकद, लैपटाप, डायरी समेत अन्य कई दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस प्रधान के फरार भाई मायापति समेत अन्य की तलाश में भी दबिश दे रही है।
जेल में बंद स्कूल प्रबंधक भी गिरोह का सदस्य : पुलिस को जांच में पता चला है कि नैनी जेल में बंद स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव भी इसी गैंग का सदस्य है। यूपीटेट में फर्जीवाड़ा करने पर एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। शुक्रवार को राजापुर से उठाए गए ललित त्रिपाठी से पूछताछ में पता चला है कि उसने ही चंद्रमा को केएल पटेल से मिलवाया था।
शिक्षक भर्ती के फर्जीवाड़े मामले में दो अभ्यर्थियों को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने लिखित परीक्षा में अधिकतम अंक से पास होने के लिए लाखों रुपये दिए थे। कई अन्य से पूछताछ व कुछ की तलाश चल रही है।
- केवी अशोक, एएसपी