69000 Shikshak bharti Scam का अभ्यर्थी ही दे रहे सुराग, Special Task Forceको मिले अहम सबूत
प्रयागराज। सर हम बलिया से बोल रहे हैं। आप एसटीएफ से हैं। सर जी एक जानकारी देनी है। मेरे गांव का एक लड़का टॉपरों की सूची में है। सर हाईस्कूल, इंटर में उसका नंबर बहुत कम था। वह टॉप नहीं कर सकता। सर उसने प्रयागराज में एक छात्रनेता के मदद से टॉप किया है। आप इसकी जांच कराइए। गांव में चर्चा है कई लाख रुपए खर्च किया है। 


बलिया समेत प्रदेशभर से 69000 सहायक शिक्षक भर्ती से जुड़े अभ्यर्थी एसटीएफ को कॉल करके ऐसे ही सुराग दे रहे हैं। एसटीएफ के पास पिछले एक हफ्ते में 100 से ज्यादा फोन कॉल आ चुकी हैं। एसटीएफ प्रभारी और सीओ को कॉल करके प्रतियोगी छात्र बता रहे हैं कि कौन-कौन इस रैकेट से जुड़ा हुआ है।



 प्रतियोगी छात्रों ने एसटीएफ को इस बात की भी जानकारी दी है कि द्वितीय श्रेणी में पास करने वाले लड़के कैसे सहायक शिक्षक भर्ती में टॉप कर गए। उन्होंने न तो कोई कोचिंग की थी और न ही तैयारी करने दिल्ली गए थे।


 इसके अलावा यह भी बताया है कि प्रयागराज में चंद्रमा यादव और डॉ कृष्ण लाल पटेल गैंग से जुड़कर कैसे अभ्यर्थियों ने टॉप किया है। एसटीएफ सूत्रों की मानें तो इस तरह की मिल रही जानकारी के बाद हर चीज की छानबीन की जा रही है।