पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान कोविड मरने वाले 425 माध्यमिक शिक्षकों के परिवार वालों को 1 करोड़ मुआवजे की मांग - Covid19 death teachers compensation 1 crore demand

Panchayat Election : उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव (Panchayat Election) में शिक्षकों की मौत का मामला गर्माता जा रहा है। प्राथमिक शिक्षक संघ के द्वारा जारी किए गए 1621 शिक्षकों की मौत के आंकड़ों के बाद एक और शिक्षक विधायक सुरेश चंद्र त्रिपाठी (Teacher MLC Suresh Chandra Tripathi) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) को पत्र लिखकर 425 माध्यमिक शिक्षा के मृतक शिक्षकों और कर्मचारियों के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता की मांग की है। विधायक ने मुख्यमंत्री से 1 करोड़ रुपए की सहायता मांगते हुए सभी परिवारों की मदद करने की गुहार लगाई है।



माध्यमिक शिक्षा विभाग के भी 425 शिक्षक व कर्मचारी पंचायत चुनाव (Panchayat Election) के कारण मौत के मुँह में चले गये। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा कोरोना काल में बेसिक शिक्षा विभाग के 1621 शिक्षक व कर्मचारियों की मौत का प्रकरण उठाकर मृतकों के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवज़ा देने की माँग की थी।


425 शिक्षक व कर्मचारियों की मौत हो गई
अब माध्यमिक शिक्षक संघ की ओर से विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता एवं MLC सुरेश कुमार त्रिपाठी (MLC Suresh Kumar Tripathi) तथा गोरखपुर से शिक्षक सीट से MLC ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया कि बेसिक शिक्षा के अतिरिक्त माध्यमिक शिक्षा विभाग के भी 425 शिक्षक व कर्मचारी पंचायत चुनाव के कारण मौत के मुँह में चले गये।

आपको बता दें कि दोनों MLC ने सभी मृतकों के परिवार को एक करोड़ मुआवजा देने की मांग की है। इस प्रकार बेसिक शिक्षा विभाग एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग में मृतकों की संख्या 2 हजार से अधिक हो गई है। राष्ट्रीय कार्य करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सरकारी कर्मचारियों को अब तक कोई सरकारी सहायता नहीं मिली है।  

आपको बता दें कि इसके पहले उत्तर प्रदेश प्रादेशिक प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा कोरोनावायरस में बेसिक शिक्षा विभाग के 1641 शिक्षक व कर्मचारियों की मौत का मामला उठाते हुए मृतक परिवारों को एक करोड रुपए मुआवजा देने की मांग की गई थी, जिसके पश्चात सरकार के बेसिक शिक्षा मंत्री ने केवल 3 शिक्षकों की मौत की बात कहकर सरकार और विभाग की खूब किरकिरी कराई थी। अब अन्य संगठन और विभागों के कर्मचारी नेताजी अपनी मांगों को लेकर मुखर हो रहे हैं और चुनाव के समय हुई मौतों से प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजा मांग रहे हैं।