Mukhyamantri Abhyudaya Yojana : उत्तर प्रदेश आईएस-पीसीएस अब भविष्य के अफसर भी करेंगे तैयार
- मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत प्रतियोगी छात्रों को निशुल्क कोचिंग उपलब्ध कराएगी योगी सरकार

मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना इन हिंदी | Mukhyamantri Abhyudaya Yojana in hindi

आईएएस, पीसीएस, सीडीएस, एनडीए, जेईई, नीट और यूपीएससी की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे उत्तर प्रदेश के छात्रों को योगी सरकार निशुल्क कोचिंग उपलब्ध कराएगी। 'मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना' के तहत कोचिंग सेंटर्स में आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अफसर छात्रों को पढ़ाने के साथ ही उनका मार्गदर्शन करेंगे। इस दौरान उन्हें 2000 रुपए प्रतिमाह स्टाइपेंड भी मिलेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ की निगरानी में यह पूरी कार्ययोजना तैयार की जा रही है।

उत्तर प्रदेश के 71वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने इस योजना घोषणा करते हुए बताया कि पहले चरण में वसंत पंचमी से प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों पर छात्रों के लिए अभ्युदय कोचिंग सेंटर (Abhyudaya Coaching Center) शुरू हो जाएंगे। मंडल स्तर पर प्रशिक्षण केंद्रों के संचालन व समन्वयन की जिम्मेदारी भी उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी (उपाम) को दी गई है। कक्षायें राज्य विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के भवनों में लगेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभ्युदय कोचिंग सेंटर में देश की सबसे अच्छी कोचिंग व्यवस्था होगी जहां पर प्रदेश के अफसर छात्रों मार्गदर्शन करेंगे। सप्ताह में एक दिन ऑनलाइन और एक दिन ऑफलाइन कक्षाएं लगेंगी। अभ्यर्थियों को विभिन्न परीक्षाओं के सिलेबस और परीक्षा पैटर्न आदि की निशुल्क जानकारी ऑनलाइन व ऑफलाइन दी जाएगी।

वेबसाइट पर क्वेश्चन बैंक, प्रश्नोत्तरी आदि भी डिटेल मिलेगी। इसके अलावा उच्च स्तरीय कोचिंग संस्थाओं के स्टडी मैटेरियल भी मुहैया कराए जाएंगे। इसकी जिम्मेदारी भी उपाम को सौंपी गई है। अभ्युदय कोचिंग सेंटरों में आईएएस व पीसीएस परीक्षा के लिए प्रशिक्षु आईएएस, आईपीएस, आईएफएस (वन सेवा), पीसीएस अधिकारी जबकि एनडीए और सीडीएस की तैयारी कर रहे छात्रों को सैनिक स्कूल के प्राचार्य गाइड करेंगे। नीट और जेईई की कक्षाएं भी चलेंगी। इनके अलावा गेस्ट फैकल्टी के तौर पर विषय विशेषज्ञों को भी बुलाया जाएगा।

मंडल स्तर पर 300 अभ्यर्थियों को मौका -


आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों व साधनहीन युवाओं को उन युवाओं को अभ्युदय कोचिंग सेंटर्स में पढ़ने का मौका मिलेगा जो बड़े शहरों में महंगी कोचिंग नहीं कर सकते हैं। मंडल स्तर पर 300 अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। इनमें से 100 आईएएस-पीसीएस की कोचिंग के लिए जबकि सीडीएस, एनडीए, जेईई व नीट के लिए 50 कैंडिडेट को लिया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक वर्ष अगस्त माह में राज्य स्तरीय लर्निंग प्लेटफार्म पर रजिस्टर्ड छात्रों का एप्टीड्यूड व जनरल नॉलेज से सम्बंधित टेस्ट लिया जाएगा। उत्तीर्ण छात्रों को ही कोचिंग में दाखिला मिलेगा। सिलेक्टेड छात्रों को एक टैबलेट, शिक्षण सामग्री व स्टाइपेंड के तौर पर पांच महीने तक 2000 रुपए प्रतिमाह दिये जाएंगे। प्री परीक्षा में सिलेक्ट होने वाले छात्रों को लखनऊ व हापुड़ के समाज कल्याण विभाग के आवासीय सुविधा के साथ प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बारे के क्या कहा - 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान यूपी सरकार ने प्रयागराज और राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग कर रहे 30 हजार युवाओं को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया गया था। उसी समय हमने यह तय कर लिया था कि भविष्य में प्रदेश के युवाओं को कोचिंग के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। कहा कि प्रदेश सरकार का मकसद युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नया मंच प्रदान करना और नये जोश के साथ उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है।