उच्च प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत सरकारी टीचर की कितनी हो सकती है अधिकतम सैलरी | primary ka master maximum salary calculation

उत्तर प्रदेश में प्राइमरी व जूनियर विद्यालयों की संख्या लगभग 1 लाख 59 हजार के है। ये विद्यालय प्रदेश सरकार के अधीन रह कर निशुल्क शिक्षण कार्य पूरा करने का काम करते हैं, जिसके लिए उन्हें राज्य सरकार के जरिए आकर्षक मासिक वेतन भी दिया जाता है। लेकिन इन विद्यालयों में निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम (RTE) लागू होने के बाद केवल टीईटी पास अभ्यर्थियों को ही पढ़ाने के लिए पात्र माना गया है। ऐसे में परीक्षा नियामक प्राधिकारी, उत्तर प्रदेश द्वारा हर साल यूपी टीचर एलिजिबिल्टी टेस्ट (UPTET Exam) का आयोजन किया जाता है। इस पात्रता परीक्षा में करीब 16 लाख से भी अधिक प्रतियोगी अभ्यर्थी शामिल होते हैं। साल 2021 की टीईटी का भी आयोजन किया जा चुका है, जिसके आवेदन की अंतिम तारीख 25 अक्टूबर है। जानकारी के मुताबिक इस पात्रता परीक्षा के लिए 28 नवंबर को एग्जाम का आयोजन किया जाएगा।

कितनी हो सकती है जूनियर टीचर की अधिकतम सैलरी 
यूपी के सरकारी स्कूलों में कार्यरत जूनियर टीचर को सातवें पे कमीशन के आधार पर मासिक वेतन देय होता है। जिसके लिए पे-बैंड 9,300 से लेकर 34,800 रुपये तक निर्धारित है। साथ ही 4600 रुपये ग्रेड-पे के रूप में भुगतान किए जाते हैं। इस लिहाज से एक जूनियर अध्यापक की अनुमानित न्यूनतम सैलरी 44,900 रुपये के करीब मानी जा सकती है। इसके अलावा इस पद पर लंबे समय से कार्यरत और कार्यकुशल अध्यापक को अधिकतम 1,42,400 रुपये मासिक वेतन तक मिलता है। साथ ही राज्य अभ्यर्थियों को राज्य सरकार द्वारा लागू अन्य भत्तों व सुविधाओं का भी लाभ मिलता है ।