कोरोना महामारी के डर से चुनाव ड्यूटी से डर रहे शिक्षक व कर्मचारी, पिछले चुनाव मे दो हजार से अधिक शिक्षकों ने कोरोना से गँवाई थी जान | Teacher Scared Election Duty Due to Covid19 
बुलंदशहर, । चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए कई कर्मचारी अजब बहाने करने लगे हैं। कोई खुद को मेडिकल तौर पर अनफिट बता रहा है तो कोई मां को बीमार बता रहा है।यही नहीं, कोई शादी का कार्ड लेकर आ रहा है तो कोई खुद की सगाई की बात कर रहा है।



10 फरवरी को है मतदान


10 फरवरी को जनपद की सातों विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा। प्रथम चरण में सात हजार 424 कर्मियों को मतदान का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस दौरान भी 50 से अधिक कर्मचारी अनुपस्थित रहे और प्रशिक्षण नहीं लिया। अब 31 जनवरी से छह फरवरी तक दूसरे चरण का प्रशिक्षण दिया जायेगा। ऐसे में अलग-अलग बहाने लेकर कर्मचारी अपनी चुनाव ड्यूटी कटवाने आ रहे हैं। विकास भवन में रोजाना 50 से 60 कर्मचारी ड्यूटी कटवाने आ रहे हैं, इनमें से अधिकांशत कर्मचारी खुद के बीमार होने का बहाना बना रहे हैं।


विधायकों की सिफ़ारिश काम नहीं आई


कुछ कर्मचारी विधायकों से सिफारिशी चिट लेकर आए, लेकिन विधायकों यह भी काम नहीं आई है। यही नहीं कुछ कर्मचारी सीनियर अधिकारियों की सिफारिश लेकर भी पहुंचे थे पर प्रशासनिक अधिकारियों ने साफ कर दिया कि ड्यूटी सिर्फ मेरिट के आधार पर काटी जाएगी।


पैतरेंबाजी भी कमाल की


एक कर्मचारी ने विकास भवन में सीडीओ अभिषेक पांडेय को बताया कि उसकी मां बीमार है और घर में अकेली रहती हैं, उनकी देखभाल वह ही करता है। उनका अचानक बीपी बढ़ जाता है। एक कर्मचारी ने बताया कि उसे सर्दी में रात को सांस लेने में दिक्कत होती है। चुनाव ड्यूटी के दौरान तीन दिन बाहर रहने से ठंड में तबीयत बिगड़ जाएंगी, कर्मचारी एक मेडिकल रिपोर्ट भी अपने आवेदन के साथ लगाए हैं। एक कर्मचारी ने बताया कि उसकी 10 फरवरी को सगाई है, साहब ये देखो मेरी शादी का कार्ड।


इन्होंने कहा...


विधानसभा चुनाव में 20 944 कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है। सात हजार 424 को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, 13 हजार 520 का प्रशिक्षण 31 जनवरी से छह फरवरी तक होगा। प्रशिक्षण न लेने वालो के खिलाफ कार्रवाई होगी, बीमार और जरूरतमंद कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने या हटाने का काम गठित टीम को सौंपा गया हैं।


-अभिषेक पांडेय, सीडीओ।