69000 Teacher recruitment exam के नकल माफिया पूर्व जिला पंचायत सदस्य खाएंगे जेल की हवा
69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थियों से लाखों रुपये लेकर नकल कराने के आरोप में सोरांव पुलिस ने सोमवार को पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. कृष्ण लाल पटेल समेत छह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इससे पूर्व दो अभ्यर्थियों समेत पांच को पुलिस ने जेल भेजा था। पुलिस का कहना है कि अभी इस फर्जीवाड़ा में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। नामजद आरोपी मायापति अभी फरार है।
सोरांव पुलिस ने बताया कि प्रतापगढ़ के राहुल सिंह ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. कृष्ण लाल पटेल समेत आठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। सोमवार को पुलिस ने नामजद आरोपी डॉ. कृष्ण लाल पटेल, रूद्रपति दुबे, संतोष सिंह, धर्मेंद्र सरोज, रंजीत पासी और कृष्ण लाल पटेल के साथी ललित त्रिपाठी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इनके पास से 17 लाख रुपये, अभ्यर्थियों की फर्जी मार्कशीट, डाक्यूमेंट्स पुलिस ने बरामद किया है। गौरतलब है कि कृष्ण लाल पटेल ने फूलपुर स्थित अपने एक कॉलेज में बाल्टी के अंदर 14 लाख रुपये छिपा रखे थे। पुलिस ने जमीन की खुदाई कराकर बाल्टी में रखे रुपये बरामद किए थे।
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि डॉ. कृष्ण लाल पटेल ने अपने साथी ललित त्रिपाठी की मदद से पेपर आउट कराया था। और खुद उसको सॉल्व कराता था। इसके बाद सेटिंग करके अभ्यर्थियों को आंसर-की मुहैया कराई गई। अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्रों पर जाने से पहले एक रुमाल में उत्तर टिक कर दिए थे। एक-एक अभ्यर्थी से 8 से 12 लाख रुपये में सौदा हुआ था। पुलिस को पता चला है कि इसी फर्जीवाड़े से डॉ. कृष्ण लाल पटेल ने करोड़ों रूपये अर्जित किया है
सोरांव पुलिस ने बताया कि प्रतापगढ़ के राहुल सिंह ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. कृष्ण लाल पटेल समेत आठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। सोमवार को पुलिस ने नामजद आरोपी डॉ. कृष्ण लाल पटेल, रूद्रपति दुबे, संतोष सिंह, धर्मेंद्र सरोज, रंजीत पासी और कृष्ण लाल पटेल के साथी ललित त्रिपाठी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इनके पास से 17 लाख रुपये, अभ्यर्थियों की फर्जी मार्कशीट, डाक्यूमेंट्स पुलिस ने बरामद किया है। गौरतलब है कि कृष्ण लाल पटेल ने फूलपुर स्थित अपने एक कॉलेज में बाल्टी के अंदर 14 लाख रुपये छिपा रखे थे। पुलिस ने जमीन की खुदाई कराकर बाल्टी में रखे रुपये बरामद किए थे।
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि डॉ. कृष्ण लाल पटेल ने अपने साथी ललित त्रिपाठी की मदद से पेपर आउट कराया था। और खुद उसको सॉल्व कराता था। इसके बाद सेटिंग करके अभ्यर्थियों को आंसर-की मुहैया कराई गई। अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्रों पर जाने से पहले एक रुमाल में उत्तर टिक कर दिए थे। एक-एक अभ्यर्थी से 8 से 12 लाख रुपये में सौदा हुआ था। पुलिस को पता चला है कि इसी फर्जीवाड़े से डॉ. कृष्ण लाल पटेल ने करोड़ों रूपये अर्जित किया है