Primary ka master - फर्जी डिग्रियों से प्राथमिक शिक्षक बने तीन लोग जनपद में तैनात रहे। तीनों ने लगभग छह साल तक नौकरी की और फिर अंतरजनपदीय तबादला कराकर चले गए।

तीनों फर्जी शिक्षक 2008 के विशिष्ट बीटीसी के द्वितीय बैच के थे। इनमें से दो ने बिलासपुर एवं एक ने स्वार ब्लाक में नौकरी की थी। एसटीएफ की जांच में इसका खुलासा होने के बाद इन तीनों आरोपी शिक्षकों को बर्खास्त कर एफआईआर कराने की संतुति संबंधित जनपदों के बेसिक शिक्षाधिकारियों से की गई है।

प्रदेश भर में फर्जी अभिलेखों के जरिये परिषदीय विद्यालयों में नियुक्त हुए 1332 शिक्षकों की जांच की रिपोर्ट एसटीएफ ने शासन को दी थी। इस पर बेसिक शिक्षा निदेशक ने प्रदेश भर के बीएसए को सेवा समाप्त कर एफआईआर कराने के निर्देश दिए थे।