up deled के करीब साढ़े तीन लाख प्रशिक्षु बिना परीक्षा दिए होंगे प्रमोट
लखनऊ : शासन ने डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) के प्रशिक्षण वर्ष 2018 के तीसरे सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं को बिना परीक्षा के ही चौथे सेमेस्टर में प्रमोट करने का फैसला किया है। डीएलएड प्रशिक्षण वर्ष 2019 के पहले सेमेस्टर के सभी प्रशिक्षुओं को भी इम्तिहान दिए बिना दूसरे सेमेस्टर में प्रमोट किया जाएगा।


कोरोना महामारी के कारण परीक्षाएं न करा पाने की वजह से शासन ने छात्रहित में यह निर्णय लिया है। इस निर्णय का लाभ प्रशिक्षण वर्ष 2018 में तीसरे सेमेस्टर के 1,65,552 और प्रशिक्षण वर्ष 2019 के पहले सेमेस्टर के 1,82,510 प्रशिक्षुओं को मिलेगा। प्रशिक्षण वर्ष 2018 के तीसरे सेमेस्टर में प्रमोट किये जाने वाले प्रशिक्षुओं के चौथे सेमेस्टर की परीक्षा अक्टूबर में होगी। वहीं प्रशिक्षण वर्ष 2019 के पहले सेमेस्टर में प्रमोट किये जाने वाले प्रशिक्षुओं के दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा भी अक्टूबर में करायी जाएगी।

बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.सतीश चंद्र द्विवेदी ने बुधवार को इस निर्णय की जानकारी दी। बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन एससीईआरटी द्वारा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) और निजी कॉलेजों में संचालित डीएलएड (पूर्व में बीटीसी) प्रशिक्षण प्राथमिक व उच्च प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षक बनने की शैक्षिक योग्यताओं में से एक है। इस दो वर्षीय शिक्षण प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में चार सेमेस्टर होते हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि डीएलएड प्रशिक्षण वर्ष 2018 के तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा बीती 26 मार्च से प्रस्तावित थी।

कोविड-19 के दृष्टिगत शारीरिक दूरी के पालन के लिए औसतन लगभग 300 छात्र प्रति केंद्र के हिसाब से 552 केंद्रों पर परीक्षा करा पाना संभव नहीं था। प्रशिक्षण वर्ष 2018 के पहले सेमेस्टर की परीक्षा 23 मार्च से प्रस्तावित थी, जिसे कोविड के सुरक्षा प्रोटोकॉल के कारण 609 केंद्रों पर आयोजित कराना संभव नहीं हो सका।

इसलिए शासन ने प्रशिक्षण वर्ष 2018 के तीसरे और 2019 के पहले सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं को बिना परीक्षा के अगले सेमेस्टर में प्रमोट करने का फैसला किया है। प्रशिक्षण वर्ष 2018 के तीसरे सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं को प्रमोट करते हुए उन्हें पहले और दूसरे सेमेस्टर में प्राप्त अंकों के औसत अंक तीसरे सेमेस्टर में प्रदान किए जाएंगे। प्रशिक्षण वर्ष 2019 के पहले सेमेस्टर में प्रशिक्षुओं को वे अंक दिये जाएंगे, जो उन्हें दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा में मिलेंगे।

दोनों के लिए अगले सेमेस्टर की परीक्षाएं अक्टूबर में कराने का इरादा दो वर्षीय शिक्षण प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में होते हैं चार सेमेस्टर