बिना किसी खास सुरक्षा किट के कोरोना के मरीज घर घर ढूंढेंगे बेसिक टीचर - covid19 home servey
प्रयागराज : कोरोना का संक्रमण थम नहीं रहा है। इस बीच ऐसे भी मामले आ रहे हैं कि लोग कोविड अस्पताल या होम आइसोलेशन से बचने के लिए अपनी तकलीफ छिपा रहे हैं, जिसके कारण संक्रमण बढ़ता जा रहा है। ऐसे में शहरी क्षेत्र में लोगों के स्वास्थ्य को लेकर सर्वे शुरू किया जा रहा है। यह सर्वे परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक करेंगे। वह परिवार के सदस्य और उनकी सेहत को लेकर विवरण दर्ज करेंगे, जिसे कोरोना कंट्रोल रूम को सौंप दिया जाएगा।
सर्वे के लिए 1200 शिक्षकों की मोहल्लेवार ड्यूटी लगाई जा रही है। वह वोटर लिस्ट लेकर प्रत्येक घर में जाएंगे। पूछेंगे कि परिवार में कितने सदस्य हैं। उनका स्वास्थ्य कैसा है। कितने लोग बाहर से आए हैं। कोई अब तक कोरोना संक्रमण का शिकार हुआ है या नहीं। किसी को बुखार या अन्य समस्या का विवरण भी दर्ज करेंगे। वोटर लिस्ट से सभी सदस्यों के नामों का भी सत्यापन भी किया जाएगा। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि शिक्षकों को ड्यूटी रिसीव करा दी गई है। सभी अध्यापक मतदाता सूची के अनुसार सर्वे कर विवरण अपने खंड शिक्षाधिकारी को देंगे।

यह विवरण कोरोना कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी को सौंप दिया जाएगा। बीएसए ने कहा है कि यह सामजिक दायित्व है, इसलिए शिक्षकों को इसमें सहयोग करना चाहिए। यह सर्वे एक सप्ताह में पूरा कर लिया जाना है।

सर्वे रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य विभाग उन परिवारों पर फोकस करेगी, जिनके यहां के किसी सदस्य में कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध मरीज होंगे। उद्देश्य सिर्फ यह कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोका जा सके।