किन्नौर देश की ओर कक्षा 5 हिंदी कलरव | UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16

किन्नौर देश की ओर कक्षा 5 हिंदी कलरव | UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16

किन्नौर देश की ओर  कक्षा 5 हिंदी कलरव का शब्दार्थ


किन्नौज देश = हिमाचल प्रदेश का एक रमणीक भाग, जो तिब्बत की सीमा पर बसा है
ठमकना = चलते-चलते रुक जाना
खानाबदोश = जिनका कोई घर, ठौर-ठिकाना न हो
सत्कार = आदर-सम्मान
अत्युक्ति = बढ़ा-चढ़ा कर कहना
अभ्यस्त = जिसने अभ्यास किया हो/ जिसे अभ्यास हो कुशल
अस्तबल = घुड़साल
भार्या = पत्नी
गत = दशा
माहात्म्य = महानता
चश्मा = झरना
वृक्ष संकुल = वृक्षों से भरा।

किन्नौर देश की ओर पाठ का सारांश


लेखक राहुल सांकृत्यायन ने किन्नौर की यात्रा की। १७ मई को ये रामपुर शहर से सराहन डाक बँगले के लिए चले। इन्होंने दो खच्चर पहाड़ पर सामान ले जाने हेतु लिए। अट्ठाईस मील की यात्रा करके शाम को सराहन डाक बंगले पर पहुँचे। मुश्किल से चाबी मिली; क्योंकि चौकीदार मेला देखने गया था। दूसरे दिन इन्होंने सराहन से आगे किन्नौर देश में प्रवेश किया। किन्नौरी स्त्रियाँ ऊर्ण सारियाँ पहने और टोपी लगाए हुई थीं। रास्ता हिंदुस्तान-तिब्बत सड़क का था।

शोलडिंग खड्ड पार करके एक दुकान की छाया में आराम किया। शाम तक इन्हें नचार पहुँचना था। नचार से पहले सुन्दर देवदार वृक्षों से छाया हुआ रास्ता था। तेईस मीलों की यात्रा के बाद साढ़े पाँच बजे ये नचार पहुँचे। वहाँ बँगले में ढिल्लन साहब मिले। दूसरे दिन ये वांगतू बंगले पर पहुँचे। आगे आठ मीलों की और चढ़ाई थी। बांगतु में विश्राम किया और खाना न खाकर केवल पानी पीया।

चार घंटे विश्राम के बाद लेखक राहुल जी ने आगे यात्रा शुरू की। समुद्र तल से दो सौ फुट की ऊँचाई पर वागंतू लोहे का पुल। पुल पार करने के बाद सतलज के दाएँ किनारे पर चलना था। यहाँ सतलज बहुत ऊँचे पहाड़ को तिरछा काटकर बह रही है। ऊपर चीनी घाटी में कम वर्षा होती है, लेकिन सूखे जलवायु के फल अधिक मिलते हैं। वस्पा में अधिक वर्षा के कारण अंगूर के बाग नहीं लगाए जाते।

किन्नौर देश की ओर अभ्यास प्रश्न

शब्दों का खेल

प्रश्न १.
नीचे लिखे शब्दों को पढ़ो और अपनी कॉपी में लिखो
नोट – विद्यार्थी दिए गए शब्दों को स्वयं पढ़ें व लिखें।

प्रश्न २.
उदाहरण के अनुसार उपयुक्त शब्दों को जोड़कर वाक्य पूरा करो- (वाक्य पूरा करके)
उत्तर:
पानी बरसने लगा
पक्षी चहकने लगे
कुत्ते भौंकने लगे
कोयल गाने लगी
बादल गरजने लगे
मेढक टर्राने लगे

प्रश्न ३.
नीचे दिए गए शब्दों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो- (प्रयोग करके)
उत्तर:
शब्द – वाक्य प्रयोग अकेला
अकेला – चना भाड़ नहीं फोड़ता।
निश्चिंत – निश्चिंत होकर भगवान का भजन करो।
विश्राम – कठिन परिश्रम करने के बाद विश्राम करना चाहिए।
अभ्यस्त – आदिवासी तीर चलाने के अभ्यस्त होते हैं।
खानाबदोश – खंपा लोग खानाबदोश होते हैं।
हिमालय – हिमालय अति विशाल पर्वत है।

प्रश्न ४.
नीचे दिए गए वाक्यों को ठीक करो
ले नहीं जाया जा सकता पहाड़ में अकेला खच्चर।
उत्तर:
पहाड़ में अकेला खच्चर नहीं ले जाया जा सकता।

मालूम हुआ मेले में गए हुए हैं चौकीदार साहब।
उत्तर:
मालूम हुआ चौंकीदार साहब मेले में गए हुए हैं।

पहाड़ पर सराहन नीचे तक काफी ढलवाँ बसा हुआ है।
उत्तर:
सराहन पहाड़ पर काफी नीचे तक ढलवाँ बसा हुआ है।

धीरे-धीरे आगे बढ़े हम।
उत्तर:
हम धीरे-धीरे आगे बढ़े।

प्रश्न ५.
पढ़ो, समझो और करो
उत्तर:
ऊँची और नीची – ऊँची-नीची
आगे और पीछे – आगे-पीछे
अंदर और बाहर – अंदर-बाहर
रात और दिन – रात-दिन
आस और पास – आस-पास
राजा और रानी – राजा-रानी

बोध प्रश्न

प्रश्न १.
बताओ
(क)लेखक ने किस स्थान की यात्रा की और वह कहाँ स्थित है? उसे मानचित्र में भी देखो।
उत्तर:
लेखक ने किन्नौर की यात्रा की, जो हिमालय का सबसे उत्तरी जिला है और तिब्बत से मिला है।

(ख) यात्रा में उसने यातायात के किस साधन का उपयोग किया और क्यों?
उत्तर:
लेखक ने यात्रा में खच्चर का, क्योंकि पहाड़ में खच्चर ही सबसे उपयुक्त होता है।

(ग) थोड़ी दूर चलते ही क्या घटना घटी और इससे लेखक के किस गुण का पता चलता है?
उत्तर:
थोड़ी दूर चलते ही लेखक को घोड़ा मिला, लेकिन उसकी कमर कटी थी। उसने उसे वापस लौटाया। लेखक पैदल चलने लगा। इससे उसके साहस और धैर्य का पता चलता है।

(घ) सराहन के डाक बंगले पर पहुँचते समय लेखक की दशा का वर्णन करो।
उत्तर:
बंगला बन्द था। चौकीदार मेला देखने गया था। गेट से चाबी मिलने पर लेखक बेखटके सोया; क्योंकि वह बहुत थका हुआ था और अगले दिन की कठिन यात्रा सामने थी।

(ङ) लेखक के मन में खंपा लोगों को देखकर क्या विचार आया?
उत्तर:
खंपा लोगों को देखक लेखक को ख्याल आया कि मैं भी इन्हीं की भाँति निद्वन्द्व हो गधा, खच्चर और तंबू लिए एक देश से दूसरे देश घूमूं। काश! मै बीस बरस का हो जाता, फिर इसी तरुण से कहता- लो दोस्त! अब मुझे भी अपने परिवार में शामिल कर लो।

(च) देवदारों के घने वन में चलते समय लेखक के मन में क्या-क्या विचार आ रहे थे?
उत्तर:
देवदारों के घने वन में चलते समय लेखक विचार कर रहा था कि यह रास्ते का सबसे सुन्दर भाग है। सारा पर्वत सदाबहार देवदार वृक्षों से ढंका है। इन पेड़ों के सघन वन में चलने में बहुत आनंद आ रहा था।

(छ) वस्या में अंगूर क्यों नहीं लगाते हैं?
उत्तर:
अधिक वर्षा होने के कारण वस्पा में अंगूर नहीं लगाते हैं।

प्रश्न २.
लिखो
(क) किन्नौर. प्रदेश की स्त्रियों के पहनावे की विशेषताएँ।
उत्तर:
किन्नौर प्रदेश की स्त्रियाँ ऊर्ण सारी पहनती हैं और किन्नौरी टोपियाँ लगाती हैं। ऊर्ण सारी काफी लंबा चौड़ा पतला कंबल होता है।

(ख) उन बँगलों के नाम, जिनमें लेखक ने विश्राम किया।
उत्तर:
गौरा डाक बँगला, सराहन डाक बँगला।

(ग) पाठ के वे स्थल, जो तुम्हें सबसे अच्छे लगे।
उत्तर:
सराहन का डाक बँगला और नचार से पहले सदाबहार देवदार वृक्षों से ढंका हुआ रास्ता ये दोनों अच्छे लगे।

तुम्हारी कलम से
नोट – विद्यार्थी स्वयं लिखें।

अब करने की बारी
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

इसे भी जानो
नोट – विद्यार्थी अपने अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

कितना सीखा – ३

प्रश्न १.
नीचे लिखे शब्दों का शुद्ध उच्चारण करते हुए अर्थ बताओ’
शब्द – अर्थ
देशभक्त – देश से प्रेम करनेवाला
साहसी – हिम्मती
समस्या – परेशानी
कोटिक – करोड़ों
परहित – परोपकार
विदित – ज्ञात
अवकाश – छुट्टी
परिश्रम – मेहनत
निद्वन्द्व — निश्चित
सिंहगर्जना – ऊँचे स्वर में घोषणा करना
नेतृत्व – मार्गदर्शन
तनख्वाह – वेतन
नसाहीं – मिटता/मिटती है
अधमाई – नीचता
अतिथि – मेहमान
व्याख्यान – भाषण
चेतना – जान

प्रश्न २.
वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखो (एक शब्द लिखकर)
साहस से युक्त – साहसी
जिसके पास धन ना हो – निर्धन
सत्य बोलनेवाला – सत्यवादी
जो सबको प्रिय हो – सर्वप्रिय
विद्या प्राप्त करनेवाला – विद्यार्थी
शिक्षा देनेवाला – शिक्षक

प्रश्न ३.
नीचे लिखे शब्दों की वर्तनी ठीक करो (ठीक करके)
लिखा शब्द – सही शब्द
सत्यागृह – सत्याग्रह
आर्शीवाद – आशीर्वाद
सुबह – सुबह
सून्दर – सुन्दर
देशभगत – देशभक्त
अभियूक्त – अभियुक्त
अतीथी – अतिथि

प्रश्न ४.
वाक्य बनाओ (वाक्य बनाकर )
उत्तर:
(क) जिसमें ‘और’ ‘लेकिन’ शब्दों का प्रयोग हुआ हो। – राम और मैं पिक्चर देखने जाते; लेकिन बारिश होने लगी।
(ख) जो प्रश्नवाचक हो। – वह कहाँ जा रहा है?
(ग) जिसमें क्रिया विशेषण शब्द का प्रयोग हुआ हो। – मोटर साइकिल तेज दौड़ती है।
(घ) जिसमें सर्वनाम शब्द का प्रयोग हुआ हो। – वह स्कूल जाती है।

प्रश्न ५.
नीचे लिखे दो दो वाक्यों को जोड़कर एक वाक्य बनाओ
(क) बाहर तेज धूप है। अभी खेलने मत जाओ।
बाहर तेज धूप है; इसलिए अभी खेलने मत जाओ।

(ख) वह बहुत देर तक सोता रहा। उसे स्कूल पहुँचने में देर हो गई।
वह बहुत देर तक सोता रहा; जिससे उसे स्कूल पहँचने में देर हो गई।

प्रश्न ६.
नीचे लिखे शब्दों से उपसर्ग और प्रत्यय छाँटकर लिखो (लिखकर)
उत्तर:

UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16 किन्नौर देश की ओर 1


प्रश्न ७.
उत्तर दो
(क) सरदार पटेल को किस कार्य के लिए सदैव याद किया जाएगा?
उत्तर:
छह सौ देशी रियासतों का भारतीय संघ में एकीकरण के लिए सरदार पटेल को सदैव याद किया जाएगा।

(ख) चींटी ने चिड़िया की किस प्रकार मदद की?
उत्तर:
चींटी ने हाथी को डरा कर चिड़िया की मदद की।

(ग) ‘आप चिड़िया की बात सुन लीजिए’ यह बात किसने किससे कही?
उत्तर:
यह बात हाथी ने राजा से कही।

(घ) रसखान ने कौए को भाग्यशाली क्यों कहा?
उत्तर:
क्योंकि कौआ भगवान के हाथ से रोटी और मक्खन छीनकर ले गया था।

(ङ) आलसी क्या पुकारते रहते हैं?
उत्तर:
आलसी दैव-दैव पुकारते रहते हैं।

(च) सबसे बड़ा धर्म क्या है?
उत्तर:
परोपकार सबसे महान धर्म है।

(छ) अमेरिका से किसने किसको पत्र लिखा?
उत्तर:
अमेरिका से विवेकानन्द जी ने शशि को पत्र लिखा।

(ज) विवेकानन्द ने तारक को क्या संदेश दिया?
उत्तर:
तारक को आलस्य छोड़कर मद्रास में काम करने को कहा।

(झ) किन्नौर देश की स्त्रियों का पहनावा क्या है?
उत्तर:
किन्नौर देश की स्त्रियों का पहनावा ऊर्ण सारी और किन्नौरी टोपियाँ हैं।

(ञ) खंपा लोगों को देखकर लेखक के मन में क्या विचार आए?
उत्तर:
खंपा लोगों को देखकर लेखक के मन में विचार आया कि काश! मैं भी इन्हीं की तरह खानाबदोश जिंदगी गुजारता।

प्रश्न ८.
नीचे लिखी पंक्तियों का भाव स्पष्ट करो
(क) काग के भाग बड़े सजनी, हरि हाथ सों लै गयो माखन रोटी।
भाव:
कवि ने कौए के भाग्य को सराहा है, क्योंकि वह भगवान के हाथ से मक्खन और रोटी छीनकर ले गया।

(ख) कोटिक ये कलधौत के धाम, करील की कुँजन ऊपर वारौ।
भाव:
रसखान करील के बगीचे (उपवन) की सुंदरता पर सोने के करोड़ों महल निछावर करते हैं।

(ग) पर उपदेस कुसल बहुतेरे, जे आचरहिं ते नर न घनेरे।
भाव:
दूसरों को उपदेश देनेवाले बहुत होते हैं; परन्तु उसपर स्वयं अमल करनेवालों की संख्या अत्यंत कम होती है।

(घ) परहित सरिस धरम नहिं भाई, पर पीड़ा सम नहिं अधमाई।
भाव:
परोपकार से बढ़कर धर्म नहीं होता और दूसरों को कष्ट देने से बढ़कर नीचता नहीं होती।

(ङ) उठो, जागो और जब तक लक्ष्य तक न पहुंच जाओ, न रुको।।
भाव:
विवेकानन्द जी ने अपने देशवासियों को संदेश दिया कि कार्य पूरा करने तक उसमें लगे रहो। आलस्य न करो।

प्रश्न ९.

सुनाओ

अपनी याद की गई किसी कविता की आठ पंक्तियाँ।
अपनी याद की गई कोई कहानी।
नोट – विद्यार्थी स्वयं सुनाएँ।

लिखो – ‘बड़े होकर तुम क्या करना चाहते हो’- इस विषय पर अपने विचार लिखो।
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

प्रश्न १०
ढूँढ़कर लिखो तो जानें (लिखकर)


किन्नौर देश की ओर कक्षा 5 हिंदी कलरव | UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 16


(क) कम से कम १० सार्थक शब्दों को
उत्तर:
रूप, संन्यासी, राष्ट्र, चक्र, उज्ज्वल, इकट्ठा, रुपया, शृंखला, आशीर्वाद, रूमाल।

(ख) उ तथा ऊ की मात्रा लगे शब्दों को
उत्तर:
रूप, रुपया और रूमाल।

(ग) अनस्वार लगे शब्दों को
उत्तर:
संन्यासी, संकट और श्रृंखला।

(घ) चन्द्रबिंदु लगे शब्दों को
उत्तर:
रँगना।

(ङ) ‘ऋ’ की मात्रा लगे शब्दों को
उत्तर:
मातृ और श्रृंखला

(च) र से युक्त चार तरह के शब्दों को
उत्तर:
राष्ट्र, चक्र और आशीर्वाद

अपने आप – ३

साक्षात्कार

- तुम भी ले सकते हो साक्षात्कार 

- तय करो तुम्हें किसका साक्षात्कार लेना है?

- क्या-क्या बातें पूछनी हैं?

नोट – विद्यार्थी अपने अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।