UPPSC PCS 2023 : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस 2023 के नोटिफिकेशन में हुई एक त्रुटि को सुधारा है। यूपीपीएससी पीसीएस के मूल नोटिफिकेशन में यह लिखा (बिंदु 14, उपबिंदु-9) गया था कि मुख्य लिखित परीक्षा के आवेदन पत्र में ऑप्शनल विषय का उल्लेख न करने वाले उम्मीदवारों का एप्लीकेशन फॉर्म रद्द कर दिया जाएगा। जबकि इस बार से पीसीएस में ऑप्शनल विषय की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। ऐसे में इस त्रुटि को सुधारकर इस संबंध में एक नया नोटिस जारी किया गया है।
इसमें कहा गया है कि नोटिफिकेशन के बिंदु 14 के उपबिंदु-9 में लिखे गए 'मुख्य लिखित परीक्षा के आवेदन पत्र में ऑप्शनल विषय का उल्लेख न होने पर' वाले प्वॉइंट को हटाया जाता है। शेष नोटिफिकेशन पहले की तरह ही रहेगा।
गौरतलब है कि यूपी सरकार ने इस साल से पीसीएस मुख्य परीक्षा से वैकल्पिक विषय की अनिवार्यता को समाप्त करते हुए इसके स्थान पर उत्तर प्रदेश पर आधारित सामान्य ज्ञान के दो प्रश्नपत्र (पांच और छह) जोड़ दिए हैं। अब पीसीएस में सफलता पाने के लिए प्रतियोगी छात्रों को भारत के विकास में उत्तर प्रदेश की भूमिका का भी अध्ययन करना होगा।
वेबसाइट पर मुख्य परीक्षा का सिलेबस अपलोड
मुख्य परीक्षा का सिलेबस लोक सेवा आयोग ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। नोटिफिकेश में इसकी डिटेल नहीं दी गई थी। पिछले साल तक मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र में यूपी पर आधारित सात टॉपिक पूछे जाते थे। इस बार दो नये प्रश्नपत्र जुड़ने से यूपी पर आधारित टॉपिक की संख्या बढ़कर 43 हो गई है। साफ है कि प्रतियोगी छात्रों को यूपी के संदर्भ में गहन तैयारी करनी होगी। संशोधित पाठ्यक्रम में ‘उत्तर प्रदेश में निवेश मुद्दे एवं प्रभाव’, ‘उत्तर प्रदेश के विकास में सार्वजनिक एवं निजी साझेदारी को प्रोत्साहित करना’, ‘बाह्य, राज्य एवं अंतर राज्यीय सक्रियकों से आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौतियां पैदा करने में संचार नेटवर्क, मीडिया एवं सोशल नेटवर्किंग साइट्स की भूमिका’ समेत यूपी पर आधारित कई नये टॉपिक जोड़े गए हैं।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) परीक्षा 2023 में एसडीएम और डिप्टी एसपी समेत कुल 173 पदों पर भर्ती निकाली गई है। एप्लाई करने की अंतिम तिथि 6 अप्रैल 2023 तय की गई है।
यूपी पीसीएस में वैकल्पिक विषय की अनिवार्यता खत्म
विशेषज्ञों का मानना है कि मेन्स में हुए इस बदलाव से प्रदेश के प्रतियोगी छात्रों की पीसीएस बनने की राह पहले की तुलना में आसान हो जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि यूपी आधारित दो नए प्रश्न पत्र होने के बाद संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा ( UPSC Civil Services Exam - UPSC CSE ) यानी आईएएस ( IAS ) देने वाले अभ्यर्थियों की मुश्किलें काफी बढ़ जाएंगी। यूपी स्पेशल की तैयारी करनी होगी अभी तक पीसीएस और सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा में एक-एक वैकल्पिक विषय की परीक्षा होती थी। एक तरीके से दोनों का पाठ्यक्रम और पैटर्न लगभग एक समान था। इस कारण सिविल सेवा परीक्षा में इंटरव्यू तक पहुंचने वाले छात्र पीसीएस में आसानी से सफलता प्राप्त कर लेते थे। लेकिन अब उन्हें यूपी स्पेशल की अलग से तैयारी करनी होगी। पीसीएस एग्जाम के यूपी स्पेशल होने से अब इस पर भी लगाम लगेगी क्योंकि दूसरे राज्यों के प्रतियोगी छात्रों की तुलना में यूपी के छात्र अपने राज्य को बेहतर समझते हैं।